गोरखपुर मज़दूर आन्दोलन के दमन के विरोध में कोलकाता में सैकड़ों मज़दूरों का प्रदर्शन

गोरखपुर में मज़दूरों के दमन और उत्तर प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में कोलकाता में सैकड़ों मज़दूरों ने प्रदर्शन किया तथा राज्यपाल के माध्यम से मुख्यमंत्री मायावती को ज्ञापन भेजा। श्रमिक संग्राम समिति के बैनर तले कोलकाता इलेक्ट्रिक सप्लाई कारपोरेशन, हिन्दुस्तान इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लि., भारत बैटरी, कोलकाता जूट मिल, सूरा जूट मिल, अमेरिकन रेफ्रिजरेटर्स कं. सहित विभिन्न कारखानों के 500 से अधिक मज़दूरों ने कल कोलकाता के प्रशासकीय केंद्र एस्प्लेनेड में विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली, पंजाब तथा महाराष्ट्र में भी कुछ संगठन इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।

राष्‍ट्रीय-अंतराष्‍ट्रीय स्‍तर पर गोरखपुर मजदूर आंदोलन के दमन की निंदा, मायावती के नाम ऑनलाइन अपील जारी की

गोरखपुर में 3 मई के गोलीकांड के दोषियों की गिरफ्तारी और अन्‍य मांगों को लेकर 16 मई से भूख हड़ताल पर बैठे मजदूर 20 मई को जिलाधिकारी कार्यालय ज्ञापन देने जा रहे थे तो पुलिस ने उन पर बर्बर लाठीचार्ज करके 73 मजदूरों को हिरासत में लिया था जिनमें से अधिकांश मजदूर देर रात छोड़ दिए गए थे लेकिन बीएचयू की छात्रा श्‍वेता, स्‍त्री मजदूर सुशीला देवी और अन्‍य 12 को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस 20 तारीख को दिन में ही मजदूर नेता तपीश मैंदोला को किसी अन्‍य स्‍थान से उठा ले गई थी और अगले दिन कोर्ट में उनकी पेशी से पहले तक तपिश की गिरफ्तारी से इंकार करती रही। बाद में दोपहर को अचानक तपिश को मजिस्‍ट्रेट के सामने पेश कर दिया गया। सभी मजदूर नेताओं पर पुलिस ने तीन-तीन फर्जी मुकदमे दायर किए हैं। जेल भेजे गए सभी 14 मजदूर नेताओं ने जेल में आमरण-अनशन शुरू कर दिया है। इनमें से श्‍वेता और सुशीला देवी पिछले 6 दिन से आमरण अनशन पर हैं जिसके कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है। इसके बावजूद उन्‍होंने जेल में भी आमरण अनशन शुरू कर दिया है। दो मुकदमों में दोनों को जमानत मिलने के बावजूद पुलिस द्वारा दायर किए गए तीसरे मुकदमे में उन्‍हें जमानत नहीं मिली थी।

14 मजदूर नेताओं ने जेल में आमरण अनशन जारी रखा

मजदूरों या उनके प्रतिनिधियों को सूचना दिए बिना ही निपटा ली गई एकतरफा वार्ता निकाले गए 18 मजदूरों को काम पर वापस रखने की मजदूरों की मुख्‍य मांग पर चर्चा तक नहीं हुई  फैक्‍ट फाइंडिंग टीम की जांच पूरी, प्रथम दृष्‍टया प्रशासन की भूमिका को नकारात्‍मक बताया नई दिल्‍ली, 22…

गोरखपुर में मजदूरों पर लाठीचार्ज, 25 बुरी तरह घायल, मजदूर नेता सहित 73 मजदूर गिरफ्तार

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मजदूर नेता तपीश का कहीं अता-पता नहीं प्रशासन पूरी तरह मालिकान के पक्ष में-मांगों पर कोई बातचीत नहीं, भूख हड़तालियों को हटाने और आंदोलन के दमन पर तुला प्रशासन पत्रकारों व सामाजिक कार्यकर्ताओं की जांच टीम गोरखपुर पहुंची गोरखपुर, 20 मई। गोरखपुर में 16 मई से शुरू हुए…

Workers lathi charged in Gorakhpur, 25 workers badly injured, 73 workers arrested

The Workers’ Satyagraha which started in Gorakhpur from May 16 was dealt with lathi charge today by a heavy police force in the presence of the DIG. Police arrested 73 workers and one of their leaders Tapish Maindola but there is still no official word about their arrest. Tapish has been arrested on the basis of a concocted FIR lodged by factory owner Ashok Jalan in relation to the incident of firing by his hired goons in which 19 workers were injured

गोरखपुर मज़दूर सत्‍याग्रह: आमरण अनशन के पाँचवे दिन तीन मज़दूरों की हालत बिगड़ी

दो कारखानों में तालाबंदी और 18 मज़दूरों के निष्‍कासन के विरोध में तथा मज़दूरों पर फायरिंग के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर भूख हड़ताल के समर्थन में सैकड़ों मज़दूर धरने पर बैठे प्रशासन पूरी तरह मालिकान के पक्ष में – मांगों पर कोई बातचीत नहीं, भूख हड़तालियों को हटाने  हरचंद…

Condition of three workers worsens on the fifth day of fast-unto-death on the gate of the locked-out factories

Gorakhpur, 20 May. The condition of three workers has worsened on the fifth day of fast-unto-death by workers in front of the gates of two factories of V.N. Dyers Ltd. in Bargadwa area as part of the second phase of ‘Mazdoor Satyagrah’ which was started on 16 May. However the workers are unyielding and are preparing to heat up the agitation.

Workers’ Struggle Continues in Gorakhpur

दो कारखानों में अप्रैल से जारी तालाबंदी और 18 मज़दूरों के निष्‍कासन के विरोध में टाउन हाल पर क्रमिक अनशन जारी प्रशासन और मालिकान दबाव में लेकिन अड़ि‍यल रवैया बरकरार ………………………….. गोरखपुर में 3 मई को हुए गोलीकांड और उसके बाद मज़दूरों के बर्बर दमन के बाद भारी जनदबाव और…

मज़दूरों के जुझारू संघर्ष और देशव्यापी जनदबाव से गोरखपुर में मजदूर आन्दोलन को मिली आंशिक जीत

अंकुर उद्योग से निकाले गए सभी 18 मज़दूर काम पर लिए गए, कारखाना कल से शुरू होगा गोलीकांड के मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी, घायल मजदूरों को सरकार से मुआवजा दिलाने, फर्जी मुकदमे हटाने तथा न्यायिक जांच की मांग को लेकर आंदोलन जारी रहेगा मांगें नहीं मानने पर शुरू हो जाएगा…