गोलीबार बस्ती के आंदोलन की एक नेता प्रेरणा गायकवाड़ ने गोरखपुर के मज़दूरों के नाम अपने संदेश में कहा है, ”हम तो अपनी लड़ाई जीत गए हैं, अब आपको अपनी लड़ाई जारी रखनी है। आप लड़ाई जारी रखें हम आपके साथ हैं।”
गोरखपुर मज़दूर आन्दोलन के दमन के विरोध में कोलकाता में सैकड़ों मज़दूरों का प्रदर्शन
गोरखपुर में मज़दूरों के दमन और उत्तर प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में कोलकाता में सैकड़ों मज़दूरों ने प्रदर्शन किया तथा राज्यपाल के माध्यम से मुख्यमंत्री मायावती को ज्ञापन भेजा। श्रमिक संग्राम समिति के बैनर तले कोलकाता इलेक्ट्रिक सप्लाई कारपोरेशन, हिन्दुस्तान इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लि., भारत बैटरी, कोलकाता जूट मिल, सूरा जूट मिल, अमेरिकन रेफ्रिजरेटर्स कं. सहित विभिन्न कारखानों के 500 से अधिक मज़दूरों ने कल कोलकाता के प्रशासकीय केंद्र एस्प्लेनेड में विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली, पंजाब तथा महाराष्ट्र में भी कुछ संगठन इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
Demonstration in Kolkata against the repression of workers’ movement in Gorakhpur, activist Sandeep Pandey expresses concern.
Hundreds of workers staged a demonstration in Kolkata against the repression of workers’ movement in Gorakhpur and the anti-labour policies of the Uttar Pradesh government and sent a memorandum to UP Chief Minister Mayawati through the governor. More than 500 workers belonging to various factories including Calcutta Electric Supply Corporation, Hindustan Engineering and Industries Ltd., Bharat Battery, Calcutta Jute Mill, Sura Jute Mill, American Refrigerators co. etc staged a protest demonstration yesterday at Esplanade, the administrative hub of Kolkata, under the banner of Shramik Sangram Samiti. Some organizations from Delhi, Punjab and Maharashtra are also planning protests on this issue.
12 मज़दूर नेता ज़मानत पर रिहा, आन्दोलन और तेज करने का ऐलान
गोरखपुर, 26 मई। पिछले 20 मई को गिरफ्तार किए गए 12 मज़दूर नेता आज ज़मानत पर रिहा कर दिए गए। रिहा होने के बाद संयुक्त मज़दूर अधिकार संघर्ष मोर्चा के तपीश मैन्दोला ने कहा कि मज़दूरों की मांगों को लेकर आन्दोलन अब और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मालिकान की शह पर प्रशासन डरा-धमकाकर और लाठी-गोली-जेल के सहारे मज़दूर आन्दोलन को कुचलने की कोशिश कर रहा है लेकिन वह कामयाब नहीं होगा। मज़दूर अपने मूलभूत अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं और वे अब पीछे नहीं हटेंगे। तपीश ने कहा कि वी.एन. डायर्स में जबरन तालाबन्दी करके और अंकुर उद्योग में मज़दूरों पर गोलियां चलवाकर मालिकों ने यह लड़ाई मज़दूरों पर थोपी है। मगर प्रशासन मालिकों के सुर में सुर मिलाकर उल्टा हमें ही अराजक और विकास-विरोधी बता रहा है।
Arrested workers’ leaders continue hunger strike in jail, and supporters take the stand outside the prison
Lies of the owners and administration exposed through pamphlets and posters throughout the city Workers launch a mass contact programme to garner support of workers, employees and citizens in Gorakhpur city and Eastern UP Condemnation pours in from India and abroad on a new petition to UP CM Ms. Mayawati…
राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर गोरखपुर मजदूर आंदोलन के दमन की निंदा, मायावती के नाम ऑनलाइन अपील जारी की
गोरखपुर में 3 मई के गोलीकांड के दोषियों की गिरफ्तारी और अन्य मांगों को लेकर 16 मई से भूख हड़ताल पर बैठे मजदूर 20 मई को जिलाधिकारी कार्यालय ज्ञापन देने जा रहे थे तो पुलिस ने उन पर बर्बर लाठीचार्ज करके 73 मजदूरों को हिरासत में लिया था जिनमें से अधिकांश मजदूर देर रात छोड़ दिए गए थे लेकिन बीएचयू की छात्रा श्वेता, स्त्री मजदूर सुशीला देवी और अन्य 12 को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस 20 तारीख को दिन में ही मजदूर नेता तपीश मैंदोला को किसी अन्य स्थान से उठा ले गई थी और अगले दिन कोर्ट में उनकी पेशी से पहले तक तपिश की गिरफ्तारी से इंकार करती रही। बाद में दोपहर को अचानक तपिश को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर दिया गया। सभी मजदूर नेताओं पर पुलिस ने तीन-तीन फर्जी मुकदमे दायर किए हैं। जेल भेजे गए सभी 14 मजदूर नेताओं ने जेल में आमरण-अनशन शुरू कर दिया है। इनमें से श्वेता और सुशीला देवी पिछले 6 दिन से आमरण अनशन पर हैं जिसके कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है। इसके बावजूद उन्होंने जेल में भी आमरण अनशन शुरू कर दिया है। दो मुकदमों में दोनों को जमानत मिलने के बावजूद पुलिस द्वारा दायर किए गए तीसरे मुकदमे में उन्हें जमानत नहीं मिली थी।
14 मजदूर नेताओं ने जेल में आमरण अनशन जारी रखा
मजदूरों या उनके प्रतिनिधियों को सूचना दिए बिना ही निपटा ली गई एकतरफा वार्ता निकाले गए 18 मजदूरों को काम पर वापस रखने की मजदूरों की मुख्य मांग पर चर्चा तक नहीं हुई फैक्ट फाइंडिंग टीम की जांच पूरी, प्रथम दृष्टया प्रशासन की भूमिका को नकारात्मक बताया नई दिल्ली, 22…
Gorakhpur: 12 labour leaders sent to jail on false charges
Maya’s reign turned into reign of terror: Police chase out labourers throughout the day The labour leaders start fast-unto-death in jail New Delhi, 21 May. Today police and administration created a new record of pro-factory owner misrule. But despite the police repression, workers continued their satyagrah. When the workers who…
गोरखपुर में मजदूरों पर लाठीचार्ज, 25 बुरी तरह घायल, मजदूर नेता सहित 73 मजदूर गिरफ्तार
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मजदूर नेता तपीश का कहीं अता-पता नहीं प्रशासन पूरी तरह मालिकान के पक्ष में-मांगों पर कोई बातचीत नहीं, भूख हड़तालियों को हटाने और आंदोलन के दमन पर तुला प्रशासन पत्रकारों व सामाजिक कार्यकर्ताओं की जांच टीम गोरखपुर पहुंची गोरखपुर, 20 मई। गोरखपुर में 16 मई से शुरू हुए…
Workers lathi charged in Gorakhpur, 25 workers badly injured, 73 workers arrested
The Workers’ Satyagraha which started in Gorakhpur from May 16 was dealt with lathi charge today by a heavy police force in the presence of the DIG. Police arrested 73 workers and one of their leaders Tapish Maindola but there is still no official word about their arrest. Tapish has been arrested on the basis of a concocted FIR lodged by factory owner Ashok Jalan in relation to the incident of firing by his hired goons in which 19 workers were injured